एलोपैथीक डॉक्टर ने मुझे आयुर्वेदिक उपचार लेने की सलाह दी - Allopathic doctor advised me to take Ayurvedic treatment
आप सभी को नमस्कार, मेरा नाम कबीर सिंह है और मैं ग्रेटर नॉएडा का रहने वाला हूँ। मैंबीते कई सालों से हाई ब्लड प्रेशर यानि उच्च रक्तचाप की समस्या से जूझ रहा था, लेकिन उसे काबू में रखने की कोशिश करता था और मैं इस समस्या के साथ अपना जीवन बड़े आराम से व्यतीत कर रहा था। लेकिन फिर दो साल पहले मुझे एक दम से उच्च रक्तचाप की वजह से किडनी फेल्योर जैसी जानलेवा बीमारी का सामना करना पड़ा था और इसकी वजह से मुझे बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ा था। कई बार तो ऐसा लगा कि अब मैं नहीं बचने वाला लेकिन मैंने हार नहीं मानी और आज मैं एक दम स्वस्थ जीवन व्यतित कर रहा हूँ। किडनी खराब होने के कारण डॉक्टर ने मुझे डायलिसिस करवाने को कहा था, जिसे मैंने काफी लंबे समय तक करवाया भी पर मुझे इससे कोई आराम नहीं मिला। अंत में मैंने एक ऐसा उपचार अपनाया जिस पर मुझे ज्यादा यकीन तो नहीं था लेकिन उसने मुझे एक दम ठीक कर दिखाया।
मैं कई सालों से उच्च रक्तचाप से जूझ रहा था, जिसके कारण मेरी किडनी खराब हो गई थी। मुझे इस बारे में जानकारी थी कि मुझे उच्च रक्तचाप की समस्या है, जिसके लिए मैं अपने खान पान का विशेष ध्यान भी रखता था। कई बार डॉक्टर ने मुझे इसके लिए दवाएं खाने को भी कहा लेकिन मैं इसके लिए दवाएं खाने को कभी राज़ी नहीं हुआ। क्योंकि मुझे इस बारे में जानकारी थी कि मैं रक्तचाप की दवाओं का आदि बन जाऊंगा, जिसके कारण मुझे और भी कई परेशनियाँ हो सकती है। दवाएं लेने की बजाय मैंने अपने खाने पीने में काबू करना शुरू कर दिया, जिससे मुझे ब्लड प्रेशर की समस्या में काफी आराम मिला, लेकिन मुझे ये आराम ज्यादा समय तक नहीं मिल सका। मैं कितनी भी कोशिश करता लेकिन कभी न कभी कोई न कोई गलती मुझ से हो जाती थी जिसकी वजह से मेरा ब्लड प्रेशर हाई हो जाता था, वहीं दूसरी तरफ अब मेरी उम्र भी बढती जा रही थी जिसकी वजह से भी मैं काफी समस्याओं के चपेट में आता जा रहा था।
वैसे तो मेरा ब्लड प्रेशर काबू में ही रहता था, लेकिन बीच बीच में कई बार काफी हाई हो जाया करता था, जिसकी वजह से मुझे दवाएं लेनी पड़ती थी। लेकिन मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं थी अब रक्तचाप की वजह से मेरी किडनी खराब होना शुरू हो चुकी है और अब जो मेरा ब्लड प्रेशर हाई हो रहा है वो कोई समस्या नहीं बल्कि किडनी खराब होने का लक्षण है।जब मेरी किडनी खराब होना शुरू हुई तो उस दौरान मेरा रक्तचाप अक्सर बढ़ा हुआ रहता था, जिसके कारण मेरी तबियत काफी खराब रहने लगी थी। मुझे हर समय चक्कर आते रहते थे और कई बार तो अचानक बेहोश भी हो जाता था, जिसके कारण मुझे एक दो बार हॉस्पिटल में एडमिट भी होना पड़ा था। इसके लिए दी गई दवाओं से मुझे आराम तो मिलता था लेकिन मेरी तबियत फिर से खराब होने लगती थी, मेरी भूख भी कम होने लगी थी और मुझे बार-बार उल्टियाँ भी आने लगती थी जिसके कारण मैं काफी कमजोर भी हो चला था।
एक तरफ तो मैं रक्तचाप और उल्टियों की वजह से कमजोर होता जा रहा था वहीं दूसरी तरफ अब मेरे शरीर के कुछ हिस्सों में सूजन आने लग गई थी। मुझे इससे पहले सूजन की समस्या पहले कभी नहीं हुई थी इसलिए मुझे सूजन को देखर थोडा शक हुआ कि कुछ तो गड़बड़ है। आपको बता दूँकि मुझे इस दौरान चेहरे और पैरों पर सूजन की समस्या हुई थी।मेरी तबियत काफी खराब हो चली थी मैं एक बड़े हॉस्पिटल में चला गया, जहाँ पर डॉक्टर ने मेरी जानकर करते हुए मुझसे कहा कि शायद मेरी किडनी खराब हो गई है, इसी के कारण मेरी तबियत इतनी खराब हो गई है। डॉक्टर ने मुझे तुअरांत ही कई टेस्ट करवाने को कहा और मैंने उसी दिन सारे टेस्ट करवा लिए। एक दो दिनों में ही सभी टेस्ट कि रिपोर्ट्स आ गई, जिनको मैंने तुरंत ही डॉक्टर को दिखाया। डॉक्टर ने मेरी रिपोर्ट्स को देखने के बाद मुझे बताया कि मेरी किडनी खराब हो गई है, जिसके कारण ही मुझे ये सब परेशानियाँ हो रही है। डॉक्टर ने मुझे आगे कहा कि अब मुझे डायलिसिस शुरू करवाना होगा, आपकी किडनी ठीक करने का बस यही एक तरीका है।
कुछ ही दिनों में मेरा डायलिसिस होना शुरू हो गया, पहले ही डायलिसिस से मेरी हालत काफी खराब हो गई थी। मुझे इससे काफी दर्द हुआ था जीको सहन करना मेरे बस में नहीं था, पर मैंने जैसे तैसे कर इस दर्द को सहन कर लिया। शुरुआत में मुझे डायलिसिस पर काफी विश्वास था, मुझे लगता था कि मैं इससे कुछ ही दिनों में एक दम ठीक हो जाऊंगा। लेकिन ऐसा कुछ हुआ नहीं, डायलिसिस करवाने से भी मेरी हालत में कोई सुधार नहीं आ रहा था, डॉक्टर जो भी मुझे खाने पीने को कहते मैं वही करता था लेकिन फिर भी रत्ती का आराम नहीं था। एक बार मैंने डॉक्टर से इस बारे में बात की तो उन्होंने मुझसे कहा कि अब मुझे जीवन भर डायलिसिस करवाना पड़ेगा, नहीं तो आप किडनी ट्रांसप्लांट भी करवा सकते हैं जो काफी खर्चीला होगा और यह कितना सफल होगा इस बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता। मैंने डॉक्टर से इस बारे में विचार करने के लिए थोडा समय माँगा क्योंकि किडनी ट्रांसप्लांट कोई छोटा ऑपरेशन नहीं था, इसमेंबहुत खर्च आने वाला था और सबसे बड़ी बात ये थी कि किडनी का इंतजाम करना।
लेकिन शायद मेरी किस्मत में कुछ और ही था, हुआ यूँ कि एक दिन डॉक्टर ने मुझे आयुर्वेदिक उपचार लेने की बात कही, डॉक्टर ने मुझसे कहा कि मुझे एक बार आयुर्वेदिक उपचार लेकर देखना चाहिए क्या पता मैं इससे ठीक हो जाऊं बाकी डायलिसिस तो है ही। मैंने उनकी इस बात पर विचार किया और किडनी के लिए आयुर्वेदिक उपचार देखना शुरू कर दिया, कुछ दिनों बाद मुझे कर्मा आयुर्वेदा के बारे में पता जो दिल्ली में हैं और वहां पर किडनी फेल्योर के लिए आयुर्वेदिक उपचार दिया जाता है और भी बिना डायलिसिस किये। थोड़ी जांच पड़ताल करने के बाद मैं दिल्ली चला गया और सीधा कर्मा आयुर्वेदा पहुंचा। कर्मा आयुर्वेदा पहुंचने पर मेरी मुलाकात डॉ. पुनीत जी से हुई जो इस हॉस्पिटल के निदेशक भी है। मैंने उनको अपनी सारी रिपोर्ट्स दिखाई और उन्हें अपने बारे में भी बताया।
डॉ. पुनीत जी ने मेरी रिपोर्ट्स देखने के बाद मुझसे कहा कि मैं कुछ ही महीनो में पहले कि तरह ठीक हो जाऊंगा मुझे बस अपने ख़ास पान का विशेष ध्यान रखना होगा और समय पर आयुर्वेदिक दवाएं लेने की जरुरत होगी। मैंने घर आकर उनकी दी हुई दवाएं लेना शुरू कर दी और उनकी बताई हुई बातों पर भी अमल करना शुरू कर दिया। मुझे महीने भर में ही अपने अंदर काफी सुधर होते नज़र आने लगे, मेरे शरीर में आई हुई सूजन चली गई और मुझे अब भूख भी लगने लगी थी। साथ में मेरा रक्तचाप भी अब काबू में आने लगा था। मैंने इस बारे में अपने डॉक्टर को बताया तो उनको भी इस बात पर पहले यकीन नहीं हुआ लेकिन यह सच था। ऐसे ही देखते ही देखते मैं कुछ महीनो में पहले की तरह एक दम ठीक हो गया। इन बातों को करीब दो साल बीत चुके हैं, आज मैं और मेरी किडनी एक दम स्वस्थ है और मैं एक सामान्य जीवन व्यतीत कर रहा हूँ।
Comments
Post a Comment