नॉनवेज खाने की वजह से हुई मेरी किडनी खराब - My Kidney Got Damaged Due To Eating Non-Veg
पंजाब का शायद ही कोई ऐसा घर होगा जहाँ पर लोग नॉन वेज नहीं खाते होंगे, हम पंजाबी लोग नॉन वेज खाना बहुत ज्यादा पसंद करते हैं। अब ये होता ही इतना स्वादिष्ट है कि भला इससे कोई कैसे दूर रह सकता है।मैं भी बचपन से ही काफी नॉन वेज खाया करता था, लेकिन अब नहीं खाता क्योंकि इसकी वजह से मेरी किडनी खराब हो गई थी।जी हाँ, नॉन वेज खाने की वजह से मुझे किडनी फेल्योर का सामनाकरना पड़ा था। आप सभी को नमस्कार, मेरा नाम दिलजीत मान है और मैं पंजाब के तरन-तारण का रहने वाला हूँ।किडनी खराब होने के कारण मुझे कई समस्याओं का सामना भी करना पड़ा था जिसमे एक डायलिसिस भी है। मैं करीब तीन महीने तक लगातार डायलिसिस करवा रहा था, लेकिन मुझे इससे कोई लाभ नहीं मिला। आखिर में मैंने एक ऐसा उपचार लिया जिसे लेने मैं ठीक हो सका और आज एक स्वस्थ जीवन जी रहा हूँ।
मुझे बचपन से ही नॉन वेज खाने का काफी शौक था, उस दौरान शायद ही कोई दिन होता था जब घर में नॉन वेज नहीं बना करता था।अगर किसी दिन नॉन न भी बनता तो मैं बहार जाकर खा आया करता था पर मुझे हर दिन नॉन वेज चाहिए होता था।लेकिननॉन वेज खाने की वजह से मुझे पेट दर्द की समस्या हो जाती थी, जिसकीवजह से मुझे घर वाले कम ही नॉन वेज खाने के लिए दिया करते थे। लेकिन मैं उनकी बातों पर कोई ध्यान नहीं दिया करता था और बहार से ही नॉन वेज खा लिया करता था।रोजाना नॉन वेज खाने के कारण इसे पचाना काफी मुश्किल हो जाता था डॉक्टर मुझे कई बार नॉन वेज खाने में कमी करने को कह चुके थे लेकिन मैंने उनकी इस सलाह पर कोई ध्यान नहीं दिया था। ज्यादा नॉन वेज खाने के चलते मुझे हाई ब्लड प्रेशर की समस्या भी रहने लगी थी, जिसके चलते मैं बड़ी जल्दी-जल्दी बीमार पड़ने लगा था। घर वालों ने घर में नॉन वेज बनाना काफी कम कर दिया था। लेकिन इस समय तक काफी देर हो चुकी थी क्योंकि मेरी किडनी खराब होना शुरू हो चुकी थी।
मैंने नॉन वेज खाना एक दम बंद दिया था फिर भी मेरा ब्लड प्रेशर फिर भी बढ़ा हुआ रहने लगा, मैं इसके लिए दवाएं भी ले रहा था पर उनसे भी मुझे कोई आराम नहीं मिल रहा था। मुझे पेशाब आना बंद होने लगा, मुझे दिन में दो से तीन बार ही पेशाब आने लगा और जब भी आता मुझे काफी दर्द होता था। इन ही दिनों में मेरे शरीर के कुछ हिस्सों में सूजन भी आने लग गई थी, शुरुआतमें तो मेरे चेहरे पर ही सूजन आने लगी थी लेकिनबाद में वो बढती चली गई और पैरों में भी आने लग गई थी। पैरों में आई सूजन की वजह से मुझसे ठीक से बिलकुल भी नहीं चला जा रहा था।इन दिनों मेरा ब्लड प्रेशर भी काफी ज्यादा हाई रहने लग गया था जिसकी वजह से मुझे चक्कर आते रहते थे और काफी बार तो मुझे उल्टियाँ भी आ जाती थी।दिन भर में कई बार उल्टियाँ आने की वजह से मुझे कुछ भी खाने का दिल नहीं करता था और इस दौरान मैं काफी कमजोर होने लगा था। मेरे घर वालों ने मुझे पास के ही एक बड़े निजी अस्पताल में एडमिट करवा दिया। हॉस्पिटल में डॉक्टर ने मेरी हालत को देखते हुए मुझे कई टेस्ट करवाने को कह दिया, मैंने उसी समय सारे टेस्ट करवा लिए।
मैंने सभी रिपोर्ट्स डॉक्टर को दिखाया, मेरी रिपोर्ट्स देखने एक बाद उन्होंने मुझसे कहा कि मेरी किडनी खराब हो चुकी है और अब मुझे इसे ठीक करने के लिए डायलिसिस करवाना शुरू करना होगा। मैंने डायलिसिस के हाँ कर दिया और कुछ ही दिनों मेरा डायलिसिस होना शुरू हो गया। मेरे सामने कोई दूसरा विकल्प ना होने के कारण मुझे अगले तीन महीने तक डायलिसिस करवाना पड़ा, पर मुझे इससे कोई आराम नहीं मिल रहा था, उल्टा मेरी हालत में लगातार गिरावट आ रही थी। एक दिन मैं अपने घर में आराम कर रहा था तो मेरा एक दोस्त मुझसे मिलने आया, उसने मुझसे आयुर्वेदिक उपचार लेने के बारे में कहा। उसने मुझसे कहा कि मुझे एक बार दिल्ली जाकर कर्मा आयुर्वेदा से आयुर्वेदिक लेना चाहिए वहां बिना डायलिसिस के ही खराब किडनी को ठीक किया जाता है।
Ayurvedic Kidney Disease Treatmentमैंने इस बारे में घर वालों को बताया और अगले ही दिन मैं कर्मा आयुर्वेदा पहुँच गया। कर्मा आयुर्वेदा में मेरी मुलाकात डॉ. पुनीत जी से हुई। मैंने डॉ. पुनीत जी को अपनी सारी रिपोर्ट्स दिखाई जिन्हें देखने के बाद उन्होंने मुझसे कहा कि मुझे डरने कि कोई जरूरत नहीं है अब मैं जल्द ही ठीक हो जाऊंगा, बस समय पर आयुर्वेदिक दवाएं लेनी होगी और खाने पीने का खास ख्याल रखना होगा। मैंने डॉ. पुनीत जी के कहे अनुसार दवाएं लेनी शुरू कर दी जिससे मुझे हफ्ते के भीतर ही अपने अंदर काफी सुधार नज़र आने लगा और देखते ही देखते मैं मात्र तीन महीने में ही ठीक हो गया। मैं कर्मा आयुर्वेदा के कारण किडनी ट्रांसप्लांट से बच गया।
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